बच्चा था भूखा और आँखों में अश्क जरुर था​​​​

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बच्चा था भूखा और आँखों में अश्क जरुर था​​​​
​​उस फरिश्ते का करिश्मा भी एक फितूर था​​
​गोद में बसी माया ने उस भूख को भुला दिया​​
​​माँ की लोरी के जादू ने उसे फिर से सुला दिया​

This is a great अश्क पर शायरी. If you like आँखों का काजल शायरी then you will love this. Many people like it for शायरी आँखों की.

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