राह में निकले थे ये सोचकर

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राह में निकले थे ये सोचकर, किसी को बना लेंगे अपना
मगर इस ख्वाहिश ने, जिंदगी भर का मुसाफिर बना दिया

This is a great उदास जिंदगी शायरी. If you like जिंदगी उर्दू शायरी then you will love this. Many people like it for मुसाफिर की शायरी. Share it to spread the love.

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