मुझे भी अब नींद की तलब नहीं

SHARE

मुझे भी अब नींद की तलब नहीं
अब रातों को जागना अच्छा लगता है
पता नहीं वो मेरी तकदीर में है कि नहीं
पर उसे खुदा से माँगना अच्छा लगता है

This is a great मुझे माफ करना शायरी. If you like नींद नहीं आती शायरी then you will love this. Many people like it for भुला देना मुझे शायरी. Share it to spread the love.

SHARE