कैसी बीती रात किसी से मत कहना

SHARE

कैसी बीती रात किसी से मत कहना
सपनों वाली बात किसी से मत कहना
कैसे उठे बादल और कहां जाकर टकराए
कैसी हुई बरसात किसी से मत कहना

This is a great किसी की चाहत शायरी.

SHARE