आपका मक़सद पुराना है

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आपका मक़सद पुराना ह
आपका मक़सद पुराना है मगर खंज़र नया
मेरी मजबूरी है मैं लाऊँ कहाँ से सर नया
मैं नया मयक़श हूँ मुझको चाहिये हर शै नयी
एक मयख़ाना नया, साक़ी नया, साग़र नया
देखता हूँ तो सभी घर मुझको लगते हैं नये
सोचता हूँ तो नहीं लगता है कोई घर नया
देखिये घबरा न जाये तालियों के शोर में
आज पहली बार आया है ये जादूगर नया
हम किसी सूरत किसी के हाथ बिक सकते नहीं
चाहे वो ताज़िर पुराना हो या सौदागर नया
मेरा शीशे का मकाँ तामीर होने दीजिये
हर किसी के हाथ में आ जायेगा पत्थर नया।

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