महल तेरी उम्मीद का ढहने नहीं दिया

SHARE

महल तेरी उम्मीद का ढहने नहीं दिया
ग़म ज़ुदा हूँ मैं, किसी को कहने नहीं दिया
ना हो यकीं तो पूछ लो इन आँखों से
एक आंसू भी आँखों से बहने नहीं दिया

This is a great तेरी आँखे शायरी. If you like उम्मीद भरी शायरी then you will love this. Many people like it for तेरी खामोशी शायरी.

SHARE