मुझ को शिकस्त-ए-दिल का मज़ा याद आ गया

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मुझ को शिकस्त-ए-दिल का मज़ा याद आ गया
तुम क्यों उदास हो गए क्या याद आ गया
कहने को ज़िन्दगी थी बहुत मुख्तसर मगर
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया

This is a great उदास चेहरा शायरी. If you like बहुत खूबसूरत शायरी then you will love this. Many people like it for बहुत अच्छी शायरी. Share it to spread the love.

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