यूनान-ओ-मिस्र-ओ रोमा सब मिट गए जहां से

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यूनान-ओ-मिस्र-ओ रोमा सब मिट गए जहां से;
अब तक मगर है बाकि नाम-ओ-निशाँ हमारा;
कुछ बात है की हस्तीम मिटती नहीं हमारी;
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़मां हमारा;
सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा।
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामाएं!

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