'सुख' तुम्हें उतना ही मिलेगा जितना तुमने पुण्य किया होगा

SHARE

'सुख' तुम्हें उतना ही मिलेगा जितना तुमने पुण्य किया होगा;
परन्तु, 'शांति' उतनी ही मिलेगी जितनी पत्नी की इच्छा होगी!

SHARE